उत्तराखंड छात्र संगठन ने सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय पर लगाये आरोप
उत्तराखंड छात्र संगठन ने आरोप लगाया है कि सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय परिसर में पढ़ाई लिखाई तो दूर प्रशासन कायदे से एग्जाम कराने में भी सक्षम नहीं है।
उछास की नेता भारती पांडे ने कहा कि एसएसजे परिसर में कुमाऊं विश्वविद्यालय की बीएफए की परीक्षा में दिनांक 19 अप्रैल को 22 अप्रैल के प्रश्नपत्र को खोल दिया गया और बाद में इन दोनों परीक्षाओं को चुपचाप रद्द कर दिया गया।
उत्तराखंड छात्र संगठन ने इस प्रकरण की जांच कर लापरवाही बरतने वाले लोगों पर कार्रवाही करने की मांग की है।
उछास ने कहा कि कुमाऊं विश्वविद्यालय से अलग होने के बाद अल्मोड़ा कैंपस अराजकता के दौर से गुज़र रहा है। विश्वविद्यालय में अध्ययन, अध्यापन यहां तक कि परीक्षाओं को भी सही ढंग से कराने की भी कोई व्यवस्था नहीं है। उछास ने छात्रों, अभिभावकों, विश्वविद्यालय प्रशासन एवं सरकार से इस ओर तत्काल ध्यान देकर लापरवाही बरतने वाले लोगों पर कार्रवाही करने, अराजकता दूर कर विश्वविद्यालय में व्यवस्थित पढ़ाई करने और एग्जाम कराने की व्यवस्था करने की मांग की है।
उछास ने कहा कि इस प्रकरण को विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा चुपचाप दबाने का प्रयास किया गया है उछास इस पूरे मामले को सामने लाकर इसके जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई करने की मांग करता है।