केंद्रीय विद्यालय एडमिशन के लिए बदल गए नियम, जानें अब इन्हें मिलेगा एडमिशन
केंद्रीय विद्यालय एडमिशन के लिए बदल गए नियम, जानें अब इन्हें मिलेगा एडमिशन
दिल्ली एडमिशन के लिए बदल गए नियम, जानें अब किन्हें मिलेगा डायरेक्ट एडमिशनकेंद्र सरकार ने केंद्रीय विद्यालय में दाखिले के नियमों में बड़े बदलाव किए हैं. अब सांसदों की सिफारिश पर इन स्कूलों में दाखिले नहीं दिए जाएंगे. इन स्कूलों में सांसद कोटा पूरी तरह खत्म कर दिया गया है.
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले केंद्रीय विद्यालय संगठन (KVS) ने बिना एंट्रेंस सीधे दाखिले के लिए नए नियम जारी कर दिए हैं. आइए जानते हैं कि बिना एंट्रेंस टेस्ट के अब किन वर्गों के बच्चों का सीधा एडमिशन हो सकेगा.
– कोविड में जो बच्चे अनाथ हो गए हैं. यानी कि जिनके माता-पिता दोनों कोरोना की वजह से मर गए हैं. उन बच्चों का केंद्रीय विद्यालय में एडमिशन जिलाधिकारी की सिफारिश पर हो सकेगा और इन बच्चों से कोई एडमिशन फीस नहीं ली जाएगी. हालांकि एक जिलाधिकारी हर साल किसी केंद्रीय विद्यालय में ऐसे केवल अधिकतम 10 बच्चों के एडमिशन के लिए सिफारिश कर सकेगा. इसके साथ ही एक क्लास में अधिकतम 2 बच्चों की सिफारिश हो सकेगी.
– भारतीय थलसेना, वायुसेना, नौसेना और कोस्ट गार्ड के प्रत्येक शिक्षा निदेशक, डिफेंस सेक्टर में बने केंद्रीय विद्यालय में हर साल 6-6 बच्चों के नाम की सिफारिश कर सकेंगे.
– केंद्रीय विद्यालय में काम करने वाले कर्मचारियों के बच्चों का भी इन स्कूलों में बिना एंट्रेंस के एडमिशन हो सकेगा. हालांकि अगर बच्चे का एडमिशन 9वीं में होना है तो एडमिशन टेस्ट देना होगा. जिसमें पास होने के बाद ही उसका दाखिला किया जाएगा.
– केंद्रीय विद्यालय संगठन के मुताबिक जिन केंद्रीय कर्मचारियों की नौकरी के दौरान ही मौत हो गई थी, उनके बच्चों का भी केन्द्रीय विद्यालय में सीधा एडमिशन हो पाएगा.
– ऐसे भारतीय सैनिक जिन्हें परमवीर चक्र, महावीर चक्र, वीर चक्र, अशोक चक्र, कीर्ति चक्र, शौर्य चक्र, सेना मेडल, नौसेना मेडल या वायुसेना मेडल में से कोई एक पुरस्कार मिला हो उनके बच्चों का केंद्रीय विद्यालय में सीधा एडमिशन होगा.
– जिन पुलिसकर्मियों को राष्ट्रपति पुलिस मेडल या पुलिस मेडल मिला होगा, उनके बच्चों को भी केंद्रीय विद्यालय में सीधा दाखिला दिया जा सकेगा.
– खेल मंत्रालय के स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SGFI) की ओर से आयोजित खेलों में या फिर CBSE या राष्ट्रीय खेल या फिर राज्य लेवल के खेलों में जो बच्चे पहला, दूसरा या फिर तीसरा स्थान पाएंगे, उन्हें केंद्रीय विद्यालय में सीधा एडमिशन मिलेगा.
– स्काउट एंड गाइड्स श्रेणी में जिन बच्चों को राष्ट्रपति पुरस्कार मिला होगा, उन्हें भी केंद्रीय विद्यालय में सीधा एडमिशन मिलेगा. जिन बच्चों को राष्ट्रीय साहस पुरस्कार या फिर बालश्री पुरस्कार मिला हुआ होगा, उन्हें भी केंद्रीय विद्यालय में सीधा दाखिला दिया जा सकेगा. जिन बच्चों की आर्ट के क्षेत्र में विशेष प्रतिभा को राष्ट्रीय या राज्य के लेवल पर मान्यता मिली हुई होगी, उन्हें भी इन स्कूलों में बिना एंट्रेंस के दाखिला लेने का मौका मिलेगा.
– विदेश मंत्रालय में काम करने वाले व्यक्तियों का केंद्रीय विद्यालय में सालाना एडमिशन कोटा 60 रखा गया है और होस्टल में 15. यह कोटा उन बच्चों पर लागू होगा, जिनके दोनों अभिभावको में से कोई एक अभिभावक भारतीय विदेश मंत्रालय में नौकरी करता हो और उसकी पोस्टिंग विदेश में रही हो. साथ ही वो इसी साल या 1 साल पहले देश वापस लौटा हो.
– केद्रीय विद्यालय में खुफिया एजेंसी रॉ (RAW) में काम करने वालों का एडमिशन कोटा 15 रखा गया है. यानी रॉ में काम करने वाले कुल कर्मियों के 15 बच्चों को ही हर साल केंद्रीय विद्यालय में सीधा एडमिशन मिल पाएगा. इनमें दिल्ली स्थित केंद्रीय विद्यालयों में रॉ का कुल कोटा 5 सीट का रहेगा. जबकि बाकी की 10 सीटें दिल्ली के बाहर किसी भी केंद्रीय विद्यालय की हो सकती हैं.
– निर्वासित कश्मीरी पंडितो के बच्चों को केंद्रीय विद्यालय संगठन ने अतिरिक्त सुविधा दी है. इन बच्चों के लिए एडमिशन की तारीख 30 दिन बढ़ाई जा सकती है और इन्हें ENTRANCE EXAM में SC/ST वर्ग को मिलने वाली छूट प्राप्त होगी.
– वहीं केंद्रीय पुलिस बल यानी CRPF, BSF, ITBP, SSB, CISF, NDRF और असम राइफल्स में बी या सी ग्रुप में काम करने वाले कर्मियों के बच्चों के लिए सालाना कोटा 50 रखा गया है.