जिलाधिकारी ने रूरल बिजनेस इन्क्यूबेटर सेण्टर के संचालकों को दिये निर्देश

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जनपद में विभिन्न स्वरोजगारपरक योजनाओं के अन्तर्गत अधिकाधिक व्यक्तियों को लाभान्वित करने एवं इन योजनाओं को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से विकासखण्ड हवालबाग मुख्यालय में रूरल बिजनेस इन्क्यूबेटर सेण्टर बनाया गया है

 

जिसके माध्यम से विभिन्न प्रतिभागियों को स्वरोजगार योजना सम्बन्धी प्रशिक्षण के अतिरिक्त अन्य सहयोग प्रदान किया जा रहा है। इस सेन्टर द्वारा किए जा रहे प्रशिक्षण कार्य आदि के सम्बन्ध में जिलाधिकारी वंदना की अध्यक्षता में एक बैठक जिलाधिकारी कार्यालय में सम्पन्न हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने रूरल बिजनेस इन्क्यूबेटर सेण्टर के संचालकों को निर्देश दिये कि मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत आवेदन करने वाले सभी प्रतिभागियों को केन्द्र के माध्यम से विभिन्न जानकारी देने के साथ ही सम्बन्धित विभाग के साथ समन्वय स्थापित करते हुए आवेदकों को पूर्ण सहायता प्रदान करें।

 

 

इस हेतु कम से कम 200 प्रतिभागियों का लक्ष्य निर्धारित करते हुए बैंकों के साथ भी समन्वय स्थापित करें ताकि बैंकों में भेजे गये प्रस्ताव कम से कम निरस्त हो।
जिलाधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के अन्तर्गत प्राप्त सभी आवेदकों को पूर्णरूप से केन्द्र के माध्यम से सहयोग प्रदान किया जाय। उन्होंने कहा कि जिले में होमस्टे से सम्बन्धित जो भी कार्य संचालित किए जा रहे है उन्हें प्रोत्साहित करने हेतु कम से 15 होम-स्टे का एक समूह तैयार कर उनके फोटोशूट, कैटेलॉग तैयार करते हुए बेहतर प्रचार-प्रसार कर इनके विकास में सहयोग किया जाय।

 

बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में प्रमुख काश्तकारों के साथ कार्य करते हुए नवीन कार्यों को करते हुए इनके प्रोत्साहन के क्षेत्र में कार्य करने निर्देश रूरल बिजनेस इन्क्यूबेटर सेण्टर के प्रतिनिधियों को दिये।
बैठक में एक जिला दो उत्पाद परियोजना के तहत किए जा रहे कार्यों पर चर्चा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि स्थानीय उत्पादों किस प्रकार से प्रोत्साहन दिया जा सके इस हेतु कृषि वैज्ञानिकों व संस्थानों का सहयोग लेते हुए इस क्षेत्र में कार्य किया जाय। उन्होंने कहा कि जनपद में मशरूम उत्पादन को बढ़ावा दिए जाने हेतु विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान के वैज्ञानिकों से सहयोग प्राप्त करते हुए मशरूम उत्पादकों की संख्या को बढ़ाया जाय। जिलाधिकारी ने कहा कि जिले में जो महिला समूह आजीविका क्षेत्र में बेहतर कार्य कर रही है तथा जिन्हें प्रोत्साहन राशि उपलब्ध करायी गयी है

 

 

उनका बिजनेस प्लान तैयार करते हुए उन्हें व्यवसायिक प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाय। उन्होंने कहा कि इस कार्य हेतु रूरल बिजनेस इन्क्यूबेटर केन्द्र की महत्वपूर्ण भूमिका है वह सम्बन्धित विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर कार्य करें। उन्होंने कहा कि विभिन्न निर्माता कम्पनियों के साथ मिलकर किस प्रकार से आपूर्ति को आगे बढ़ाया जा सके इस क्षेत्र में भी केन््रद कार्य करें।

 

बैठक में आजीविका महोत्सव के बाद इस क्षेत्र में किए गये कार्य तथा वर्तमान प्रगति के सम्बन्ध में भी जिलाधिकारी द्वारा समीक्षा की गयी। बैठक में इन्क्यूबेटर प्रबन्धक योगेश भट्ट तथा केन्द्र के अन्य सदस्य उपस्थित रहे।

 

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