शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के द्वारा किये गए 74 तबादलों में कांग्रेस मुखर सरकार से मांगा जवाब
शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल इन दिनों लगातार सुर्खियों में हैं। पिछले कार्यकाल के दौरान जब विधानसभा व्यक्ति तो विधानसभा में बैग टू लड़कियों को लेकर उनके ऊपर की तरह के सवाल उठाया जा रहे हैं।
अब शहरी विकास विभाग में कैबिनेट मंत्री के तौर पर उन्होंने लगभग 74 तबादले किए गए थे। इन तबादलों की बात मुख्यमंत्री के संज्ञान में आने के बाद 24 घंटों के अंदर सीएम धामी ने रोक लगा दी है।
वीओ- इस वक्त तबादला सत्र शून्य चल रहा है, जिसका साफ तौर पर मतलब है कि इस बीच किसी भी विभाग से कोई भी तबादले नहीं किए जा सकते हैं। जबकि शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल जोकि इस वक्त सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट की जानकारी साझा करने के लिए जर्मनी दौरे पर हैं
उनके द्वारा विदेश जाने से पहले यह 74 तबादले किए गए थे। अब विपक्षी पार्टी कांग्रेस इस मामले को लेकर सरकार पर तंज कसती नजर आ रही है। कांग्रेस के अनुसार जब पूरा प्रदेश तमाम भर्तियों में हुए घपलों से जूझ रहा है और यदि विधानसभा नियुक्तियों की बात की जाए तो कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा ही ये नियुक्तियां करवाई गई हैं
तो इस बीच विदेश दौरा करना किस प्रकार से सही है। कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी का यह भी आरोप है कि मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने नियुक्तियां करवाए जाने के दौरान जो पैसा कमाया है उसको ठिकाने लगाने के लिए मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल जर्मनी गए हैं।
वीओ- वहीं भाजपा प्रवक्ता विनय गोयल का कहना है कि मंत्रियों द्वारा अपने मंत्रालय के अधीन आने वाले विभागों में तबादले व स्थानांतरण किए जा सकते हैं। जबकि यदि मुख्यमंत्री को इस मामले में कोई त्रुटि नजर आती है तो मुख्यमंत्री द्वारा बाकी मंत्रियों के फैसले पर रोक लगाई जा सकती है। विनय गोयल का कहना है कि क्या पूरा मामला था वह मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल के विदेश दौरे से वापस आने के पश्चात ही सामने आ पाएगा।
भाजपा के इस बयान से ये कहीं भी साबित नहीं होता कि मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल द्वारा किए गए यह तबादले किस प्रकार से सही थे। जिस प्रकार का माहौल इस वक्त प्रदेश में है वह कहीं न कहीं मंत्री अग्रवाल को सवालों के घेरे में खड़ा करता है।