Uttrakhand News :राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर समान नागरिकता संहिता यूसीसी कानून को किया जाएगा लागू
मुख्यमंत्री ने रविवार को दशहरा महोत्सव में कहा कि राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर समान नागरिकता संहिता (यूसीसी) कानून को लागू किया जाएगा। हमारी सरकार राज्य से पलायन को कम करने के क्षेत्र में बेहतर कार्य कर रही है।
इसी के तहत राज्य स्थापना दिवस से पूर्व प्रवासी सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। इस दौरान आओ अपने गांव वापस आओ और अपने उत्तराखंड के विकास में सहयोग करने की अपील की जाएगी।
तामली, (तल्लादेश) चंपावत में आयोजित दशहरा महोत्सव को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने संबोधित करते हुए यह बातें कही। इस दौरान मुख्यमंत्री ने बाबा गोरखनाथ को नमन करते हुए सभी क्षेत्रवासियों को विजयादशमी शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि वह तामली क्षेत्र में आकर बेहद खुशी महसूस कर रहे हैं। क्षेत्र की जनता की ओर से दिए गए आशीष व आशीर्वाद से अभिभूत हैं। साथ ही कहा कि यह महोत्सव हमारी सांस्कृतिक धरोहर को जीवन्त करने का कार्य करते हैं। यह नई पीढ़ी को भी हमारी संस्कृति से रूबरू कराने का कार्य करते हैं। हमारी आने वाली पीढ़ी को भी हमें यहां के संस्कृति से जोड़ रखना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में रोजगार के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। उत्तराखंड में अपराध करने वाले बाहरी लोगों के लिए यह भूमि नहीं है। मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर समान नागरिकता संहिता (यूसीसी) कानून लागू करने की बात कही। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड यूसीसी लागू करने वाला देश का पहला राज्य होगा।
उन्होंने कहा कि राज्य स्थापना दिवस के दो दिन पूर्व प्रवासी उत्तराखण्डियों को उत्तराखंड बुलाने के लिए एक सम्मेलन का आयोजन करेंगे। सम्मेलन में अपील की करेंगे कि आओ अपने गांव वापस आओ और अपने उत्तराखंड के विकास में सहयोग करें। उन्होंने सभी से अपनी संस्कृति से जुड़े रहने का आग्रह किया। साथ ही आह्वान किया कि गांव से बाहर रह रहे लोगों से भी कहे कि अपनी बोली-भाषा, रीति- रिवाज को न छोड़ें। क्योंकि, हमारी संस्कृति व रीति-रिवाज से हमें परिचित कराते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रभु श्रीराम के पारिवारिक, सामाजिक जीवन शैली को अपनाना चाहिए। क्योंकि, भगवान राम हमारे आदर्श हैं। चंपावत और पिथौरागढ़ का क्षेत्र नेपाल से लगा है। नेपाल से हमारे रोटी-बेटी के संबंध हैं। इस क्षेत्र में हमें भारत व नेपाल की संयुक्त संस्कृति की झलक एक मंच पर दिखती है। यह हमारे आपसी मित्रता, प्रेम, भाव का प्रयाय है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश और प्रदेश को पर्यटन, धार्मिक व संस्कृति के क्षेत्र में आगे बढ़ाने का कार्य हुआ है। भारत पुनः विश्व गुरु बनने के लिए अग्रसर है। हमारी सरकार अंतिम छोर में बैठे हर व्यक्ति तक अपनी योजनाएं पहुंचा रही है।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने तामली, (तल्लादेश) क्षेत्र के विकास के लिए विभिन्न घोषणाएं की। इसमें तामली से पोलप- रूपालीगाड़ तक मोटर मार्ग के निर्माण के लिए विधायक निधि से 15 लाख रुपये दिए जाने, तामली क्षेत्र में पेयजल की समस्या के स्थाई समाधान के लिए लिफ्ट पेयजल योजना का निर्माण कार्य कराए जाने, दशहरा महोत्सव मेला स्थल तामली के सौंदर्यीकरण के लिए तैयार प्रस्ताव के अनुसार धनराशि जारी किए जाने, रणकोची मंदिर में बाढ़ सुरक्षा के कार्य किए जाने, तामली में आपातसेवा 108 की एम्बुलेंस की सुविधा दी जाने, बकौड़ा सीमा अश्वमार्ग का सुधारीकरण किया जाने, सतकुला को जोड़ने वाले मोटरपुल के निर्माण के लिए उचित कार्रवाई की जाने की घोषणा शामिल है।
इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष निर्मल सिंह मेहरा, महामंत्री मुकेश कलखुड़िया, भाजपा प्रदेश कार्यकारी सदस्य सतीश चंद्र पांडे, शंकर पांडे सुभाष बगोली, दशहरा महोत्सव समिति तामली के अध्यक्ष शैलेश जोशी, जिलाधिकारी नवनीत पाण्डे, पुलिस अधीक्षक पिथौरागढ़ रेखा यादव, मुख्य विकास अधिकारी संजय सिंह, एडीएम हेमन्त वर्मा सहित क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि गणमान्य नागरिक, लोक कलाकार और स्थानीय लोग उपस्थित रहे।